रोजगार संबंधी सेवाएं देने वाली वेबसाइट नौकरी डॉट कॉम के 'हायरिंग आउटलुक सर्वे' के अनुसार, नियोक्ता नए साल को लेकर आशावान लग रहे हैं.
जब संस्थान में किसी कर्मचारी को नौकरी छोड़ने के लिए कहा जाता है तो वे आमतौर पर चौंक जाते हैं. लेकिन, कई मामलों में इसके संकेत पहले से मिलने लगते हैं. बात सिर्फ इतनी होती है कि कर्मचारी इन संकेतों का मतलब समझकर सुधार की दिशा में कदम नहीं उठा पाते हैं. आइए, यहां ऐसे ही कुछ संकेतों के बारे में जानते हैं.
महामारी से पहले की तुलना में मजदूरी 450-500 रुपये से बढ़कर 550-600 रुपये प्रति दिन हो गई है. वहीं, मजदूरों की उपलब्धता 70-75 फीसदी घटी है.
आपको अपनी स्किल्स का पैसा मिलता है. इस बात का पता करें कि आप जैसी स्किल रखने वाले लोगों को बाहर कितनी सैलरी मिल रही है.
अगले साल मई तक आईटी, आईटीईएस और बीपीओ सेक्टर में कर्मचारियों के ऑफिस वापसी का लेवल कोरोना से पहले के स्तर के 50 फीसदी तक पहुंच सकता है.
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विभिन्न फॉर्मेट में चुनौतियों और अड़चनों को दूर करने के लिए सीआईआई के तहत खुदरा सेक्टर के लोगों का मानना है कि सरकार को एक मजबूत रिटेल पॉलिसी लानी चाहिए.
आईबीए ने बैंक कर्मचारी और अधिकारी संघों के साथ 11वीं द्विपक्षीय वेतनवृद्धि वार्ता नई सहमति के साथ सम्पन्न होने की बुधवार को घोषणा की.
एओन की बुधवार को जारी सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में काम करने वाली कंपनियों ने कोविड-19 से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद लचीलारुख दिखाया है.
2020 के पहले छह महीनों में केपजेमिनी ने 9,500 लोगों की भर्ती की है. सेकेंड हाफ में उसकी 13,500 लोगों को रिक्रूट करने की योजना है.
अच्छे ब्रांड से दो साल का एमबीए मार्केट की बदली हुई स्थितियों में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. एमबीए की डिग्री आपको विश्वसनीयता हासिल करने में मदद करती है. फिर चाहे आपने किसी भी सेक्टर में काम किया हो.
सितंबर में समाप्त तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 2,40,208 थी. कंपनी अपने जूनियर कर्मचारियों को तीसरी तिमाही में एकबारगी विशेष प्रोत्साहन देगी.
पहले चरण में 31,277 को जिलों का आवंटन हो गया है. इसमें से 15,933 टीचर सामान्य कैटेगरी के हैं. 8,513 अन्य पिछड़ा वर्ग, 6,615 अनुसूचित जाति और 215 अनुसूचित जनजाति के हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अनलॉक उपायों के बाद आवाजाही में सुधार से रियल एस्टेट क्षेत्र में नियुक्ति गतिविधियां 44 फीसदी सुधरी हैं.
एनालिटिक्स संबंधी जॉब्स निकालने वाली कंपनियों में एक्सेंचर, एमफेसिस, कग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन, केपजेमिनी, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, आईबीएम इंडिया, डेल, एचसीएल टेक्नोलॉजी और कोलेबरा टेक्नोलॉजी प्रमुख हैं.
कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के कारण विभिन्न क्षेत्रों में छंटनी, वेतन में कटौती या कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी रुक गई है. हालांकि, कई बड़े निजी क्षेत्र के बैंकों ने कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की है.
कई ग्राहक मोरेटोरियम और उससे पड़ने वाले असर को नहीं समझते हैं. इसे देखते हुए कलेक्शन में बाधा आई है.
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